काल ( युग ) और उनकी विशेषताएं

   
      काल और उनकी विशेषताएं       ____________________________________

आदिकाल (743-1343)
  1.युद्धों का  सजीव वर्णन
  2.आश्रय दाता राजाओं की प्रशंसा
  3.शृंगार रस की प्रधानता
  4.राष्ट्रीयता का अभाव
  5.नारी के वीरांगना रूप का चित्रण

भक्ति काल (1343-1643)
 1.गुरु का महत्व
 2.भक्ति भावना की प्रधानता
 3.रहस्य भावना
 4.लोक कल्याण की भावना
 5.राजाओं की प्रशंसा का बहिष्कार

रीतिकाल (1643-1843)
 1.प्रकृति का उद्दीपन रूप में चित्रण
 2.यथार्थ जीवन चित्रण का अभाव
 4.अतिशयोक्ति पूर्ण वर्णन
 5.श्रृंगार रस की प्रधानता
 6.अलंकारिकता

 आधुनिक काल (1843 - अब तक) 
 1.खड़ी बोली का प्रयोग
 2.देश प्रेम की भावना
 3.छंद मुक्त कविता
 4.मानवतावादी दृष्टिकोण 
 5.नारी के प्रति सम्मान का दृष्टिकोण

भारतेंदु युग (1868 - 1900 ) 
 1.ब्रजभाषा की प्रधानता
 2.स्वदेश प्रेम की भावना
 3.समाज सुधार की भावना
 4.मानवतावादी दृष्टिकोण
 5.जन जीवन एवं उसकी समस्याओं का चित्रण

द्विवेदी युग (1900 - 1922 ) 
 1. ब्रजभाषा के स्थान पर खड़ी बोली का प्रयोग
 2.मानवतावादी विचारधारा
 3.उपदेसात्मक एवं मनोरंजनात्मक प्रकृति चित्रण
 4.कविता में सहृदयता एवं बुद्धिवाद का सतर्क प्रयोग
 5.वर्णनात्मक शैली

छायावादी युग (1919 - 1938 ) 
 1.सौंदर्य भावना
 2.रहस्य भावना
 3.निराशा एवं पलायन के स्वर
 4.प्रकृति का मानवीकरण
 5.श्रंगार और प्रेम की वेदना

 प्रगतिवादी युग (1938 - 1947 ) 
  1.विद्रोह एवं क्रांति की भावना
  2.पूंजीवाद का विरोध
  3.सरल और सुबोध भाषा का प्रयोग
  4.दीन दुखियों का चित्रण

प्रयोगवादी युग
  1.रूढ़ि एवं परंपरा के प्रति विद्रोह
  2.व्यंग की प्रधानता
  3.गहन बौद्धिकता
  4.भाषा की के नवीन और सुंदर प्रयोग
  5.भदेस का चित्रण

नई कविता
 1.तुक का अभाव
 2.छंदों का बहिष्कार, रस एवं अलंकारों के प्रति विद्रोह
 3.अति बौद्धिकता
 4.भदेस भाषा का प्रयोग
 5.घोर वैयक्तिक काव्य रचना

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